अरूणाचल प्रदेश में किस पार्टी की सरकार है?

वर्तमान समय में अरूणाचल प्रदेश राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है। यहां विधानसभा का आखरी चुनाव 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ ही हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी भारी बहुमत के बाद दोबारा सत्ता में वापिस आ गई।

अरूणाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 60 सीटें है। सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की जरूरत होती है। बीजेपी और इसकी सहयोगी पार्टियों के पास इस समय अरूणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 54 सीटें है जो कि कुल 60 सीटों से बस 6 सीट कम है।

पेमा खांडू अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं जो कि मुक्तो (Mukto) विधानसभा सीट से विधायक हैं। पेमा खाडू राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के पुत्र हैं जिन की मृत्यु 30 अप्रैल 2011 को एक हवाई दुर्घटना में हो गई थी। इन्होंने जून 2011 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र मुक्तो से अरुणाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव निर्विरोध जीता था। वे उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप खड़े थे।

अरूणाचल प्रदेश में किस पार्टी की सरकार है
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू

अरूणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2014

अरूणाचल प्रदेश के साल 2014 के विधानसभा चुनाव लोकसभा के चुनाव के साथ ही हुए थे। 9 अप्रैल 2014 को यहां एक ही चरण में वोटिंग हुई थी और नतीजे 16 मई 2014 को आए थे। लगभग 70% लोगों ने अपने मतधिकार का इस्तेमाल किया था।

किस पार्टी ने कितनी सीटें जीती थी

कांग्रेस – 42
भारतीय जनता पार्टी – 11
पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल प्रदेश (PPA) – 5
आजाद उम्मीदवार – 2

विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस ने नबाम तुकी के नेतृत्व वाली सरकार बनाई। लेकिन दिसंबर 2015 में कांग्रेस के 21 विधायकों ने बगावत कर दी और कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई। अस्थिर सरकार के कारण 26 जनवरी से 19 फरवरी 2016 तक राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा रहा जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटाया था।

राष्ट्रपति शासन के बाद कांग्रेस के बागी विधायक कालिखो पुल अपने समेत 22 विधायको के साथ PPA में शामिल हो गए और BJP के समर्थन से प्रदेश में सरकार बनाई। लेकिन इस सरकार को कांग्रेस ने अवैध ठहराया और सुप्रीम कोर्ट में अपील की। 4 महीने बाद जुलाई 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने दुबारा से कांग्रेस के नबाम तुकी को मुख्य मंत्री बना दिया, लेकिन कांग्रेस को विश्वास मत हासिल करना था।

विश्वास मत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने नबाम तुकी को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया क्योंकि बागी विधायक उनसे असंतुष्ट थे। उनकी जगह पर पेमा खांडू को उन्होंने अपना मुख्यमंत्री बनाया जिनके पक्ष में कई सारे विधायक थे। कांग्रेस को विश्वास मत हासिल हो गया, इसकी वजह से कालिखो पुल को काफी धक्का पहुँचा जिन्हें बागी विधायकों और बीजेपी की सहायता से दुबारा मुख्यमंत्री बनने की काफी उम्मीदे थी। इन्होंने 9 अगस्त 2016 को घर पर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी।

लेकिन बाजी फिर पलटी जब सितंबर 2016 में पेमा खांडू अपने समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी की सहयोगी पार्टी PPA में शामिल हो गए। इससे अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई। दिसंबर 2016 में पेमा खांडू कई विधायको के साथ बीजेपी में शामिल हो गए, हांलाकि PPA अभी भी सहयोगी पार्टी है। 2014 में 11 विधायकों वाली बीजेपी के पास वर्तमान समय में अरुणाचल प्रदेश में 48 विधायक है। इसके सिवाए सहयोगी पार्टी PPA के 9 और 2 आज़ाद उम्मीदवार भी बीजेपी के समर्थन में हैं। 2014 में 42 विधायक वाली कांग्रेस के पास सिर्फ 1 विधायक ही बचा है।

दलबदल के बाद अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की स्थिती

भारतीय जनता पार्टी – 48
पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल प्रदेश (PPA) – 9
आजाद उम्मीदवार – 2

कांग्रेस – 1

अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का इतिहास

अरुणाचल प्रदेश में साल 1978 से विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और अब तक कुल 9 बार ये चुनाव हो चुके हैं।

  1. 1978 – जनता पार्टी
  2. 1980 – कांग्रेस
  3. 1984 – कांग्रेस
  4. 1990 – कांग्रेस
  5. 1995 – कांग्रेस
  6. 1999 – कांग्रेस
  7. 2004 – कांग्रेस
  8. 2009 – कांग्रेस
  9. 2014 – कांग्रेस/2016 – बीजेपी
  10. 2014 – बीजेपी

ये पोस्ट पढ़ने के बाद आपको पता चल ही गया होगा कि अरुणाचल प्रदेश में किस पार्टी की सरकार है? अगर आपको अरुणाचल प्रदेश के राजनीतिक इतिहास से जुड़ा कोई प्रश्न पूछना है, तो वो आप Comments के माध्यम से पूछ सकते हैं। धन्यवाद।

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