कॉकरोच के बारे में 18 रोचक जानाकरियां | Cockroach in Hindi

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कॉकरोच ऐसे प्राणी हैं जिनसें हमें घिन आती है क्योंकि यह गंदगी का कारण बनते हैं और हमारे खाने आदि को ख़राब कर देते हैं। आप ने यह भी सुना होगा कि कॉकरोच सिर कटने के कुछ दिन बाद तक भी जिंदा रह लेते है, पर क्यों यह नही पता। आज हम आपको इस सवाल का जवाब देंगे और इस छोटे से जीव से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताएंगे जो आपको शायद पहले ना पता हों।

कॉकरोच के बारे में 18 रोचक जानाकरियां – Cockroach in Hindi

1. चीन और थाईलैंड समेत कुछ देशों में कॉकरोचों को फ्राई करके खाया जाता है।

2. सभी कॉकरोचों के अपने-अपने पड़ोसी कॉकरोच होते है। अगर कोई कॉकरोच ज्यादा समय तक अकेला रह जाए, तो वो बीमार हो जाता है।

3. अभी हाल ही में कॉकरोचों की कुछ ऐसी प्रजातियों को खोजा गया है जो कि जमा देने वाले तापमान में भी रह सकती हैं।

4. कॉकरोचों के समूह को intrusion कहते है जिसका हिंदी में अर्थ होता है – अतिक्रमण

5. अगर कॉकरोचों को अंतरिक्ष में छोड़ा जाए, तो वो पृथ्वी पर रहने वाले कॉकरोचों से ज्यादा शक्तिशाली और तेज़ बन जाएंगे।

6. एक कॉकरोच अपनी सांस को 40 मिनट तक रोक कर रख सकता है। इसी कारण से यह लगभग 30 मिनट से भी ज्यादा समय पानी के अंदर रह सकते हैं।

7. एक कॉकरोच का औसतन जीवनकाल लगभग 1 साल तक का होता है। कोकरोच को जवान होने में लगभग 4 महीने लगते हैं।

8. माना जाता है कि कॉकरोचों का विकास 12 से 30 करोड़ साल पहले हुआ था, यानि कि डायनासोरों से भी पहले।

9. कॉकरोचों का एक समूह मिलकर निर्णय लेने की योग्यता रखता है। मान लीजिए अगर 50 कॉकरोचो के पास रहने के लिए 3 जगह है तो वो उनमें से दो जगहों में बराबर-बराबर यानि कि 25-25 रहेंगे और एक को खाली छोड़ देंगे।

10. एक सामान्य कॉकरोच अपने दो पैरों पर 5 मीटर प्रति सैकेंड की रफ्तार से दौड़ सकता है।

11. कॉकरोचों में रीढ़ वाले जीवों के मुकाबले रेडिएशन प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। रीढ़ वाले जीवों में मनुष्य भी शामिल है। मनुष्य जहां सिर्फ 800 rems ही रेडिएशन को झेल सकते है तो वहीं कॉकरोच 10,500 rems तक की रेडिएशन झेल सकते है। (rems रेडिएशन की मात्रा की एक unit है।)

12. सभी कॉकरोचों की personalities एक जैसी नहीं होती, बल्कि रिसर्च में पाया गया है कि मनुष्यों की तरह ही इनकी भी अपनी अलग अलग personality होती है।

13. संसार में कॉकरोचो की लगभग 4600 प्रजातियां पाई जाती है, जिनमें से सिर्फ 30 ही मनुष्य के निवास स्थानों पर रहती हैं।

14. अगर कुछ लोगों को सिर्फ 1 से 2 इंच की लंबाई तक के कॉकरोचों से डर लगता है तो उनकी भलाई इसी में है कि वो कभी भी दक्षिण अमेरिका ना जाएं, क्योंकि वहां पर 4 इंच तक लंबे कॉकरोच पाए जाते हैं।

15. कॉकरोच ठंडे खून वाले प्राणी है जिस कारण से वो लगभग 1 महीना बिना खाए भी रह सकते है। पर एक तथ्य यह भी है कि कॉकरोच 2 हफ्ते से ज्यादा प्यासे नहीं रह सकते।

16. छिपकली और मकड़ियां कॉकरोच के सबसे बड़े दुश्मन है। यदि कॉकरोच और छिपकली जा फिर कॉकरोच और मकड़ी आमने सामने हों तो दोनों एक दूसरे पर झपट पड़ते हैं।

17. नर कॉकरोच मादा कॉकरोच से छोटे होते हैं।

18. क्या आपको पता है कि कॉकरोच पादते भी हैं। इतना ही नहीं बल्कि यह सबसे ज्यादा पादने वाले जीवों में शामिल हैं। Study से पता चला है कि कॉकरोच हर 15 मिनट में एक बार जरूर पादते हैं।

कॉकरोच से जुड़े प्रश्न – उत्तर

प्रश्न : कॉकरोच सिर कटने के कुछ दिन बाद तक भी जिंदा क्यों रह सकते है?

उत्तर : इसका कारण यह है कि कॉकरोच अपने शरीर में छोटे-छोटे छिद्रों द्वारा सांस लेते है और वो अपने सिर के जरिए सांस लेने पर निर्भर नहीं है। जब उनका सिर कट जाता है तो वो कुछ दिन बाद भूख और प्यास की वजह से मर जाते हैं।

प्रश्न : कोकरोच को हिंदी में क्या कहते हैं?

उत्तर : तिलचट्टा (tilchatta)

प्रश्न : कॉकरोच से छुटकारा कैसे पाएं?

उत्तर : कॉकरोचों के बारे में इन रोचक तथ्यों के पढ़ने के बाद हमें पता चलता है कि यह कोई मामूली प्राणी नहीं है बल्कि कई विशेषताएं रखते हैं। अगर आप अपने घर में कॉकरोचों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी के कारण परेशान है तो इसका एक ही उपाय है कि आप घर में साफ-सफाई रखें और अपने खाने को अच्छी तरह से स्टोर करें। धन्यवाद।

प्रश्न : कॉकरोच का घर में आना शुभ या अशुभ?

उत्तर : अगर आपके घर में कॉकरोच है तो इसे लेकर आपको किसी तरह का शुभ या अशुभ सोचने के जरूरत नहीं है। इस बात को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि अगर आपके घर में कॉकरोच हैं तो यह आपको किसी तरह से नुकसान पहुँचाएगा। हालांकि आपको अपने घर में सफाई रखनी चाहिए। इससे तिलचट्टे आपके घर में नहीं आएंगे।

प्रश्न : कॉकरोच से होने वाली बीमारी कौन सी है?

उत्तर : आमतौर पर कॉकरोच के कारण फूड पॉइजनिंग होना एक आम समस्या है लेकिन इसके अलावा इससे टाइफाइड भी हो सकती है। इसका कारण कॉकरोच में पाया जाने वाला साल्मोनेला नामक वायरस होता है। कॉकरोच के मुंह से एक तरह का लार निकलता है जिसके कारण आपको एलर्जी, रैशेज, आंखो से पानी आना, लगातार छींक आना जैसी कई समस्याएं हो सकती है।

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