सहारा मरुस्थल या सहारा रेगिस्तान दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है। अंटार्कटिका और आर्कटिक के बाद यह संसार का तीसरा सबसे बड़ा मरुस्थल भी है। सहारा मरुस्थल ने पूरी उत्तरी अफ्रीका को ढक रखा है तथा इसका थोड़ा सा भाग एशिया में भी है।
सहारा मरुस्थल के बारे में 13 रोचक तथ्य – Sahara Desert in Hindi
1. सहारा लगभग 92 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यानि के यह भारत के तीन गुने से सिर्फ थोड़ा सा कम है। भारत का क्षेत्रफल लगभग 32 लाख 87 हज़ार किलोमीटर है।
2. पश्चिम से पूर्व तक सहारा मरुस्थल की लंबाई लगभग 4800 किलोमीटर, तो वहीं उत्तर से दक्षिण तक इसकी चौड़ाई 1800 किलोमीटर है।
3. ‘ सहारा ‘ नाम अरबी शब्द सहरा से लिया गया है जिसका अर्थ है मरुस्थल जा रेगिस्तान ।
4. सभी गर्म मरुस्थल की तरह सहारा के दिन और रात के तापमान में काफ़ी अंतर है। दिन में तो कई बारी यहां का तापमान 56 डिग्री सेल्सीयस तक पहुँच जाता तो वहीं रात को यह जमा दर्जे से भी नीचे चला जाता है।
5. सहारा ने संसार के 8 प्रतीशत थल भाग को अपनी चपेट में ले रखा है। यह मरुस्थल 11 देशों में फैला हुआ है।
6. अमेरिका के जितना बड़ा होने के बावजूद भी सहारा की आबादी अमेरिका के 10वें हिस्से जितनी है। अमेरिका की आबादी जहां 32 करोड़ है तो वहीं सहारा मरुस्थल में बसने वाले लोगों की आबादी सिर्फ 3 करोड़ है।
7. सहारा जिन क्षेत्रों में फैला हुआ है वो पूरी तरह से dry भी नहीं है। जहां कई जगह पर नख़लिस्तान (Oasis) और झीलें हैं। विश्व की सबसे लंबी नदी नील भी इसके पूर्वी भाग में बहती है।
8. भले ही सहारा में जीवन के अनुकूल परिस्थितियां बेहद कठिन है फिर भी 500 के लगभग रेंगने वाले जीव यहां पाए जाते है और लगभग 1000 के करीब पेड़ों की प्रजातियां भी यहां मिलती है। पेड ज्यादातर पानी के स्रोतों के पास मिलते है।
9. कुछ साल पहले एक रिसर्च टीम सहारा मरुस्थल में स्थित देश अल्जीरिया में डायनोसोरों के कंकाल खोज़ रही थी, खोज़ते – खोज़ते अचानक उन्हें एक विशालकाय कब्रिस्तान मिल गया। खोज करने पर इंसानों के साथ ही पशुओं, बड़ी मछलियों और मगरमच्छों की कब्रे भी मिली। यहां लगभग 200 इंसानी कब्रों का पता लगाया गया था।
10. सहारा रेगिस्तान 11 देशों में फैला हुआ है: अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, नाइजर, पश्चिमी सहारा, सूडान और ट्यूनीशिया।
11. वर्तमान समय में पूरी तरह से सूखे हुए सहारा मरुस्थल की जगह 6000 साल पहले हरियाली हुआ करती थी। हाल के एक नए शोध से ज्ञात हुआ है कि अफ्रीका का सहारा क्षेत्र लगातार हरियाली घटते रहने के कारण लगभग ढाई हजार साल पहले दुनिया के सबसे बड़े गर्म मरुस्थल में बदल गया। ऐसा क्यों हुआ, यह आज तक कोई भी वैज्ञानिक सही – सही नहीं बता पाया।
12. 19 दिसंबर 2016 को सहारा मरुस्थल में 37 साल बाद बर्फ़बारी हुई थी। इससे पहले 18 फरवरी, 1979 को सहारा में बर्फ देखी गई थी। वाशिंगटन पोस्ट अख़बार के अनुसार इस क्षेत्र में, मरुस्थल के पास स्थित एटलस पर्वत की तलहटी में तापमान समान्य से 10 -15 डिग्री तक कम हो गया था, और साथ ही ऊँचाई पर कम दाब का केंद्र उत्पन्न हो गया था, जिसके कारण हवा तेज़ी से नीचे आकर ठंढी हो गई, फलस्वरूप बर्फबारी की स्थितियाँ उत्पन्न हो गईं।
13. अमेरिका की MIT (मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) के एक शोध के अनुसार पिछले ढाई लाख साल के दौरान सहारा की स्थितीयां हर 20 हज़ार साल के अंतराल में बदलती रही हैं। यह कभी सूखा तो कभी हर-भरा होता रहा। यहां की चट्टानों पर बनी पेंटिंग और जीवाश्मों की खुदाई से मिले प्रमाण बताते हैं कि यहां पानी था। इंसान के अलावा पेड़-पौधों और जानवरों की कई प्रजातियां भी मौजूद थीं। यह रिसर्च साइंस एडवांसेस मैगजीन में प्रकाशित हुई थी।
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