अरूणाचल प्रदेश भारत का उत्तर पूर्वी राज्य है। अरुणाचल शब्द का अर्थ होता है – ‘उगते सूर्य का पर्वत‘ (अरूण+अंचल)। इस पेज पर आपको अरुणाचल प्रदेश के इतिहास, भूगोल, संस्कृति, धर्म आदि से जुड़े 50 से ज्यादा रोचक, मजेदार और अनसुने तथ्य जानने को मिलेंगे। आपको यह भी पता चलेगा कि क्यों चीन अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से को अपना मानता है।
- राजधानी – ईटानगर
- आधिकारिक भाषा – अंग्रेज़ी
- क्षेत्रफल – 83,743 km²
- जनसंख्या – 13,82,611 (2011)
- साक्षरता दर – 66.95 %
- जिले – 19
- विधानसभा सीटें – 60
- लोकसभा सींटे – 2
- राज्यसभा सीटें – 1
- स्थापना – 20 फरवरी 1987
- पहले मुख्यमंत्री – प्रेम खांडु
- पहले राज्यपाल – भीष्म नारायण सिंह
Facts About Arunachal Pradesh in Hindi
अरुणाचल प्रदेश की जनसंख्या से जुड़े आंकड़े
1. अरुणाचल प्रदेश लगभग 14 लाख की आबादी के साथ भारत का तीसरा सबसे कम आबादी वाला राज्य है। आबादी के मामले में सिर्फ मिजोरम और सिक्किम ही अरुणाचल प्रदेश से पीछे हैं।
2. अरुणाचल प्रदेश की 63 फीसदी आबादी 19 प्रमूख जनजातियों और 85 अन्य जनजातियों से संबंधित है। यहां की बाकी आबादी अप्रवासियों की है जिनके पूर्वज भारत के अन्य हिस्सों से आकर यहां बसे थे।
3. अगर अरुणाचल प्रदेश की जनसंख्या को धार्मिक नजरिए से देखा जाए तो राज्य की लगभग 30 प्रतिशत आबादी ईसाई धर्म को मानती है, तो वहीं 29 प्रतिशत हिंदू धर्म को और बाकी की अन्य धर्मों को।
[table caption=”धर्म के अनुसार अरूणाचल प्रदेश की आबादी (2011)”]
धर्म,आबादी
ईसाई,30.26 %
हिंदु,29.04 %
अन्य,27 %
बौद्ध,11.76 %
मुस्लिम,2 %
[/table]
4. आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2001 की जनगणना के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में हिंदू आबादी 35 प्रतिशत थी जो महज 10 सालों में घटकर 29 प्रतिशत रह गई है, वहीं ईसाई जनसंख्या जो साल 2001 में 19 प्रतिशत थी अब बढ़कर 31 प्रतिशत हो गई है। आबादी के इस बड़े फेरबदल का कारण ईसाई मिशनरियों द्वारा गरीब हिंदुओं को बहला – फुसलाकर लगातार किया जा रहा धर्म परिवर्तन है।
5. राज्य का 80 फीसदी हिस्सा जंगलों से ढके पर्वतों से घिरा हुआ है जिसकी वजह से जनसंख्या घनत्व बेहद कम है। यहां प्रति वर्ग किलोमीटर में सिर्फ 17 लोग रहते है जो भारत के सभी राज्यों से सबसे कम है।
अरुणाचल प्रदेश से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य
6. अरुणाचल प्रदेश का प्राचीन इतिहास उपलब्ध नहीं है, फिर भी यहां पर हुई खुदाइयों से पता चला है कि हज़ारों सालों से लोग यहाँ रहते आ रहे है।
7. अरुणाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास 24 फरवरी 1826 को ‘यंडाबू संधि‘ होने के बाद असम में ब्रिटिश शासन लागू होने के बाद से प्राप्त होता है।
8. सन 1913-14 में ब्रिटिश सरकार, चीन और तिब्बत के बीच शिमला समझौता हुआ जिसके तहत ब्रिटिश भारत और तिब्बत के बीच मैकमोहन रेखा सीमा के तौर पर खींची गई। इस समझौते में तिब्बत ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र को ब्रिटिश भारत को दे दिया। पर चीन ने इस समझौते को मानने से इंकार कर दिया।
9. 1950 में जब चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया तो उसने तिब्बत को अपना हिस्सा बताना शुरू कर दिया। इसके बाद वो भारत के अधिकार में स्थित तवांग क्षेत्र पर भी दावा करने लगा क्योंकि उसके अनुसार वो तिब्बत का हिस्सा था और तिब्बत अब उसके अधीन है। भारत ने इस दावे को खारिज कर दिया क्योंकि तवांग क्षेत्र आजाद भारत का एक हिस्सा था।
10. 1962 के भारत – चीन युद्ध के समय चीनी सेना ने तवांग समेत अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था, पर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण युद्ध समाप्ति के पश्चात चीनी सेना को वापिस जाना पड़ा।
11. सन 1954 में इस राज्य को ‘नार्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी‘ (नेफा) के नाम दिया गया था। आजादी से लेकर सन 1965 तक यह असम राज्य का एक हिस्सा था पर सामरिक महत्व के कारण यहां के प्रशासन की देखभाल विदेश मंत्रालय करता था।
12. सन 1965 से 72 तक अरुणाचल प्रदेश का शासन असम के राज्यपाल के द्वारा गृह मंत्रालय चलाता था।
13. सन 1972 में श्री बीभाबासू दास शास्त्री जी द्वारा अरुणाचल प्रदेश को यह नाम मिला और इसे एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।
14. 20 फरवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला और यह भारत का 24वां राज्य बन गया।
अरुणाचल प्रदेश के भौगोलिक तथ्य
15. अरुणाचल प्रदेश 83,743 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल के साथ भारत का 15वां सबसे बड़ा राज्य है। पूर्वोत्तर के राज्यों में यह सबसे बड़ा राज्य है।
16. राज्य की सीमा असम और नागालैंड से मिलती है जबकि अंतरराष्ट्रीय सीमा तीन देशों मयामार, भूटान और चीन से मिलती है।
17. राज्य का समुद्र तल से सबसे ऊँचा बिंदु कंगतो पर्वत (Kangto) है जो 7060 मीटर ऊँचा है। कंगतो पर्वत थोड़ा सा तिब्बत में भी स्थित है।
18. अरुणाचल प्रदेश में बहुत ज्यादा बारिश होती है – करीब 200 से 400 सेंटीमीटर सालाना।
अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल
19. ईटा किला – राजधानी ईटानगर में 14-15वीं शताब्दी में बना ईटा नामक किला है, ईटा किले के नाम पर ही राजधानी का नाम ईटानगर रखा गया था। पर्यटक इस किले में कई खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं।
20. पौराणिक गंगा झील – यह एक हिंदु धर्म से जुड़ा पर्यटन स्थल है। यह राजधानी ईटानगर से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झील के पास खूबसूरत जंगल भी है।
21. बौद्ध मंदिर – यहाँ पर एक खूबसूरत बौद्ध मंदिर है। बौद्ध गुरू दलाई लामा भी इसकी यात्रा कर चुके हैं। इस मंदिर की छत पीली है और इस मंदिर का निर्माण तिब्बती शैली में किया गया है।
अरुणाचल प्रदेश की आर्थिकता से जुड़े रोचक तथ्य
22. अरुणाचल प्रदेश एक गरीब राज्य है। GDP के मामले में सभी राज्यों में 27वें स्थान पर आता है।
23. खेतीबाड़ी यहां के लोगों की रोजी रोटी का मुख्य साधन है। यहाँ फसलों में चावल, मक्का, बाजरा, गेहूं, दलहन, गन्ना, अदरक और तिलहन मुख्य रूप से हैं।
24. राज्य का ज्यादातर हिस्सा वनों से घिरा होने के कारण वन उत्पाद यहां की अर्थव्यवस्था का दूसरा महत्वपूर्ण भाग है।
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