संस्कृत संसार की सबसे पुरानी पुस्तक वेद की भाषा है। इसलिए इसे विश्व की प्रथम भाषा मानने में कही किसी संशय की संभावना नहीं है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। संस्कृत में हिन्दू धर्म के सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म और जैन धर्म के भी कई महत्वपूर्ण ग्रंन्थ संस्कृत में लिखे गए हैं। आइए हमारी इस उन्नत भाषा के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानते हैं-
संस्कृत भाषा के 22 गौरवमय तथ्य – Facts About Sanskrit in Hindi
1. 1987 में अमेरीका की फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार संस्कृत Computer Programming के लिए सबसे अच्छी भाषा है, क्योंकि इसकी व्याकरण Programming भाषा से मिलती जुलती है।
2. जर्मन स्टेट युनिवर्सिटी के अनुसार हिंदु कैलेंडर वर्तमान समय में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे अच्छा कैलेंडर है। क्योंकि इस कैंलेडर में नया साल सौर प्रणाली के भूवैज्ञानिक परिवर्तन के साथ शुरू होता है।
3. अमेरिकन हिंदु युनिवर्सिटी के अनुसार संस्कृत में बात करने वाला मनुष्य बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल आदि रोगों से मुक्त हो जाएगा। संस्कृत में बात करने से मानव शरीर का तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है जिससे कि व्यक्ति का शरीर सकारात्मक आवेश के साथ सक्रिय हो जाता है।
4. संस्कृत साहित्य का अधिकतर साहित्य पद्य में रचा गया है, जब कि अन्य भाषाओं का ज़्यादातर साहित्य गद्य में पाया जाता है।
5. दुनिया के 17 देशों में एक या अधिक विश्वविद्यालय संस्कृत के बारे में अध्ययन और नई प्रौद्योगिकी प्राप्त करने के लिए हैं, पर संस्कृत को समर्पित उसके वास्तविक अध्ययन के लिए एक भी संस्कृत विविश्वविद्यालय भारत में नहीं है।
6. दुनिया की 97 प्रतीशत भाषाएँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसी भाषा से उपजी हैं। हिन्दी, उर्दु, कश्मीरी, उड़िया, बांग्ला, मराठी, सिन्धी और पंजाबी भाषा की उत्पती संस्कृत से ही हुई है।
7. अमेरिका, रूस, स्वीडन,जर्मनी, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलीया वर्तमान में भरत नाट्यम और नटराज के महत्व के बारे में शोध कर रहै हैं। (नटराज शिव जी कै कॉस्मिक नृत्य है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के सामने शिव या नटराज की एक मुर्ति है।)
8. विश्व की सभी भाषाओं में एक शब्द का एक या कुछ ही रूप होते हैं, जबकि संस्कृत में प्रत्येक शब्द के 25 रूप होते हैं। हाथी के लिए ही संस्कृत में 100 से ज्यादा शब्द है।
9. शोध से पाया गया है कि संस्कृत पढ़ने से स्मरण शक्ति(यादआशत) बढ़ती है।
10. इंग्लैंड़ वर्तमान में हमारे श्री-चक्र पर आधारित एक रक्षा प्रणाली पर शोध कर रहा है।
11. संस्कृत वाक्यों में शब्दों की किसी भी क्रम में रखा जा सकता है। इससे अर्थ का अनर्थ होने की बहुत कम या कोई भी सम्भावना नही होती। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार होते हैं। जैसै- अहं गृहं गच्छामि या गच्छामि गृहं अहं दोनो ही ठीक हैं।
14. NASA के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वो अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तो उनके वाक्य उलट हो जाते थे। इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था। उन्होंले कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई। आखिर में उन्होंने संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उलटे हो जाने पर भी अपना अर्थ नही बदलते हैं। जैसा के उपर बताया गया है।
15. 2001 में संस्कृत बोलने वाले लोगो की संख्या सिर्फ 14135 थी।
16. संस्कृत उत्तराखंड राज्य की आधिकारिक भाषा है।
17. NASA के पास संस्कृत में ताड़पत्रो पर लिखी 60 हज़ार पांडुलिपियां है जिन पर वो रिसर्च कर रहा है।
18. किसी और भाषा के मुकाबले संस्कृत में सबसे कम शब्दो में वाक्य पूरा हो जाता है।
19. संस्कृत एकलौती भाषा है जिसे बोलने में हमारी जीभ की सभी मांसपेशियो का उपयोग होता है।
20. मुत्तुर कर्नाटक राज्य का एक गांव हैं, जहां बच्चा-बच्चा संस्कृत का ज्ञाता है। ऐसा RSS के कुछ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की प्रयासों की वजह से ही संभव हुआ है कि सरकार की उदासीनता के बावजूद आज गांव के अनपढ़ लोग भी फ़र्राटेदार संस्कृत में बात कर रहे हैं।
21. संस्कृत के पहले अखबार का नाम सुधर्मा है, जो साल 1970 में छपना शुरू हुआ था और आज भी छप रहा है।
22. संस्कृत में रूप्यकम् का अर्थ चांदी है और इसी से रुपया शब्द बना है।
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