अल्फा सेंचुरी क्या है?
अल्फा सेंटॉरी जो कि तीन तारों से बना हुआ एक star system है, हमारे सौरमंडल का सबसे नजदीकी star system है। यह star system हमसे 4.37 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। 4.37 प्रकाश वर्ष की दूरी 40 लाख करोड़ किलोमीटर के बराबर है।
अल्फा सेंटॉरी star system के तीन तारों का नाम Alpha Centauri ‘A’, Alpha Centauri ‘B’ और Proxima Centauri है। (अल्फा सेंटॉरी ए, अल्फा सेंटॉरी बी और प्राक्सीमा सेंटॉरी)
हिन्दी में अल्फा सेंटॉरी को मित्र तारा कहा जाता है और इसके तारों को मित्र ‘ए’, मित्र ‘बी’ और मित्र ‘सी’ कहा जाता है।
इन तीन तारों में से Alpha Centauri A और Alpha Centauri B दोनों एक binary star system बनाते हैं और इस binary star system का नाम Alpha Centauri AB है जिसे Rigil Kentaurus (रिगिल कैंटॉरस) के नाम से भी जाना जाता है। Binary Star System उस star system को कहते हैं जिसमें दो तारे अपने सामान्य संतुलन केंद्र (common balance center) के इर्द-गिर्द घूमते हैं।
नीचे अल्फा सेंटॉरी तारा प्रणाली के सभी तारों के बारे में एक-एक कर विस्तार से बताया गया है-
Alpha Centauri A – अल्फा सेंटॉरी ए
Alpha Centauri A इस star system का सबसे बड़ा तारा है। इसका द्रव्यमान (पुंज, mass) हमारे सूर्य के द्रव्यमन से केवल 10% ज्यादा है। व्यास (diameter) के मामले में यह हमारे सूर्य से 1.23 गुना ज्यादा है।
अल्फा सेंटॉरी ए की चमक थोड़ी ज्यादा है, हमारे सूर्य की चमक का 1.52 गुना ज्यादा।
Alpha Centauri A अपनी धुरी के र्द-गिर्द 22 दिन में ही एक चक्कर पूरा कर लेता है, जबकि हमारे सूर्य को यह करने में लगभग 25 दिन का समय लग जाता है।
एक बात और ध्यान रखने लायक है, नंगी आँखों और छोटी दूरबीन से देखने पर Alpha Centauri A और B तारा एक ही प्रतीत होते हैं, जैसा कि सबसे ऊपर दिए चित्र में दिखाया गया है।
Alpha Centauri B – अल्फा सेंटॉरी बी
Alpha Centauri B इस तारा प्रणाली दूसरा बड़ा तारा है जो कि हमारे सूर्य से थोड़ा छोटा है। द्रव्यमान में यह हमारे सूर्य का 0.91 गुना, व्यास में 0.87 गुना और चमक में लगभग आधा है।
ये तारा 41 दिन में अपनी धुरी के गिर्द एक चक्कर पूरा करता है।
अल्फा सेंटॉरी तारा प्रणाली के सभी तीन तारों की आयु लगभग 485 करोड़ साल है, जो कि हमारे सूर्य की आयु से लगभग 25 करोड़ साल ज्यादा है।
Proxima Centauri – प्रॉक्सिमा सेंटॉरी
प्रॉक्सिमा सेंटॉरी जिसे Alpha Centauri C के नाम से भी जाना जाता है हमारे सूर्य का सबसे नज़दीकी तारा है जोकि हमसे केवल 4.25 प्रकाश वर्ष दूर है। (बाकी दोनों तारे 4.37 प्रकाश वर्ष दूर हैं, लेकिन प्रॉक्सिमा सेंटॉरी इन्हीं तीन तारों के star system का एक हिस्सा है।)
प्रॉक्सिमा सेंटॉरी एक लाल बौना है और इसे केवल दूरबीन से ही देखा जा सकता है। इसकी खोज साल 1915 में हुई थी।
अल्फा सेंटॉरी तारा समूह में ये सबसे छोटा तारा है जो कि हमारे सूर्य के व्यास का केवल 0.14 गुना है। हमारे सूर्य का व्यास लगभग 13 लाख 91 हज़ार किलोमीटर है जबकि प्रॉक्सिमा सेंटॉरी का व्यास केवल 2 लाख किलोमीटर है। द्रव्यमान में भी यह हमारे सूर्य का लगभग 7वां हिस्सा ही है।
हमारे सूर्य से काफी छोटा होने के बावजूद भी प्रॉक्सिमा सेंटॉरी का घनत्व (density) इससे 40 गुना ज्यादा है।
24 अगस्त 2016 को प्रॉक्सिमा सेंटॉरी का चक्कर लगाते हुए एक नए ग्रह की खोज़ की गई और अब वैज्ञानिक इस पर जीवन की संभावनाएं तलाशने में जुटे हैं, क्योंकि यह ग्रह लगभग पृथ्वी के आकार का है और अपने तारे से उस सही दूरी पर है जिस दूरी पर जल द्रव अवस्था में रह सकता है। द्रव जल का अर्थ है – जीवन। इस ग्रह को प्रॉक्सिमा बी नाम दिया गया है।
अप्रैल 2019 में प्रॉक्सिमा तारे का चक्कर लगाते एक और ग्रह की खोज़ की गई जिसे प्रॉक्सिमा सी नाम दिया गया। यह ग्रह पृथ्वी से 7 गुणा ज्यादा भारी है, लेकिन इस ग्रह पर जीवन संभव नहीं क्योंकि इसकी अपने तारे से दूरी काफी ज्यादा होने के कारण यह ग्रह काफी ठंडा माना गया है।
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