शहद की मक्खियों से जुड़े 14 रोचक और ज्ञानवर्धक तथ्य

madhumakhi

मधुमक्खियाँ हमारे बीच इसलिए प्रसिद्ध हैं क्योंकि इनसे हमें एक बेहद पौष्टिक भोजन प्राप्त होता है जिसे हम शहद कहते हैं। दूध के बाद शहद ही एक ऐसा पदार्थ है जिसमें आहार के सभी तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।

प्रस्तुस हैं मधुमक्खियाँ और इनसे प्राप्त होने वाले शहद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जो इनके बारे में आपका ज्ञान बढ़ाएँगे-

मधुमक्खियों के बारे में 14 रोचक तथ्य

1. मधुमक्खियाँ छत्ते बनाकर रहती है। इनका छत्ता मोम से बना होता है जो इनके पेट की ग्रंथियों से निकलता है।

2. हर मधुमक्खी के छत्ते में एक रानी मक्खी, कुछ सौ नर और 99 फीसदी मादा मक्खियाँ होती है जो शहद बनाने का काम करती हैं।

3. हर छत्ते में नर मक्खियों की संख्या बेहद कम होती है, उनका काम केवल रानी मधुमक्खी से सेक्स कर गर्भाधान करना है। गर्भाधान के लिए कई नर प्रयास करते हैं जिनमें एक ही सफल हो पाता है।

4. मधुमक्खियाँ सिर्फ आधा किलो शहद बनाने के लिए बीस लाख फूलों का उपयोग करती है और 1 लाख किलोमीटर से भी ज्यादा यात्रा करती हैं। इतनी यात्रा धरती के ढाई चक्कर लगाने के बराबर है।

5. मधुमक्खियों का छत्ता छः कोने आकार वाला होता है जिसे मधुमक्खियाँ कम से कम मोम इस्तेमाल करके हल्का लेकिन मज़बूत बनाती हैं, और इनमें खूब सारा शहद इकट्टठा करती हैं।

6. आज वैज्ञानिक तौर पर भी यह सिद्ध हो चुका है कि छः कोनों वाला आकार त्रिकोण, चौकोर जा किसी भी और आकार से बेहतर होता है जिसमें सबसे कम समान की लागत से ज्यादा से ज्यादा जगह घेरी जा सकती है।

7. आपको जानकर हैरानी होगी कि एक मधुमक्खी औसतन 45 दिन की जिंदगी जीती है और इतने में वह सिर्फ एक चमच के 12वें हिस्से जितना ही शहद बना पाती हैं।

8. मधुमक्खियों के एक छत्ते में 30 से 60 हज़ार मक्खियाँ होती है जो एक साल में 30 से 50 किलो शहद पैदा कर देती हैं।

9. एक मधुमक्खी एक सैंकेड में 183 बार अपना पंख फड़फड़ा सकती है।

10. शहद कीड़ो द्वारा बनाया गया एकलौता ऐसा पदार्थ है जिसे इंसानो द्वारा खाया जाता है।

11. मधुमक्खियाँ खेतीबाड़ी उत्पादन भी कई गुणा बढ़ाने की क्षमता रखती हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान, नई दिल्ली ने कुछ फसलों पर मधुमक्खियों का परागीकरण होने दिया तो पाया कि इससे सौंफ का उत्पादन 15 गुणा और सरसो का उत्पादन करीब 7 गुणा बढ़ गया। इसी तरह और फसलों के उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखी गई।

12. शहद एक एकलौता ऐसा खाद्य पदार्थ है जो कि हजारों सालों तक खराब नही होता। मिसर के पिरामिडों में फैरो बादशाह की कबर में पाया गया शहद जब वैज्ञानिकों ने चखा तो वह ताजे शहद जितना ही स्वाद था, बस उसे थोड़ा गर्म करने की जरूरत थी।

13. मधुमक्खी के डंक से निकला जहर गठिया के लिए काफी फायदेमंद होता है। एक रिसर्च से पता चला है कि मधुमक्खी के डंक के जहर के साथ एक रासायनिक पदार्थ मिलाकर सेवन करने से गठिया रोग ठीक हो सकता है।

14. जब मधुमक्खी डंक मारती है, तो ऐसा करने से उस मधुमक्खी की मौत भी हो सकती है क्योंकि यह डंक मधुमक्खी के पेट को चीर कर के बाहर निकलता है। लेकिन मधुमक्खी को अपने छत्ते को बचाने के लिए ऐसा करना पड़ता है।

मधुमक्खियों से संबंधित अन्य जानकारी

मधुमक्खी का काटना शुभ होता है या अशुभ?

स्वास्थ्य की दृष्टि से, मधुमक्खी का किसी व्यक्ति को काटना शुभ नहीं है। यह काटने वाली मधुमक्खियों की संख्या और व्यक्ति की उम्र, और उसकी प्रतिरोधक क्षमता के हिसाब से भी निर्भर करता है।

विशेषज्ञों के अनुसार मधुमक्खी का खून मानव शरीर के लिए जहरीला होता है, जो उनके डंक मारते ही पीड़ित के शरीर में फैलने लगता है। यह पीड़ित के शरीर के अंगों को प्रभावित करता है। लेकिन सही इलाज से यह ठीक भी हो सकता है।

बच्चे और कमजोर शरीर वाले लोग, मधुमक्खी के डंक को सहन नहीं कर सकते, इसलिए उन्हें तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है। कई ऐसे केस भी हैं, जहां इलाज के अभाव में पीड़ितों की मौत हुई है।

Note: अगर आपको किसी मधुमक्खी द्वारा काटा गया है, और आपकी हालत स्थिर नहीं है, तो कृपया तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें।

मधुमक्खी भगाने का मंत्र

अगर आपके घर में मधुमक्खी का छत्ता लग गया है, तो मधुमक्खी भगाने का मंत्र खोजने की बजाय आपको यह पता लगाना चाहिए कि मधुमक्खी का छत्ता कैसे हटाएं या मधुमक्खी का छत्ता तोड़ने का तरीका। इस बारे में नीचे जानकारी दी गई है।

मधुमक्खी के छत्ते को धुंए की सहायता से हटाया जा सकता है, क्योंकि धुआँ होने पर मधु मक्खियां शांत हो जाती हैं।

लेकिन हमारी आपको सलाह है कि, आप यह काम किसी जानकार व्यक्ति की देखरेख में ही करें या फिर किसी ऐसे व्यक्ति से करवाएं जो इस धंधे में हो, क्योंकि जरा सी गलती से भी आपको मधुमक्खियां काट सकती हैं और ऐसा होना आपकी सेहत के लिए सही नहीं है।

मधुमक्खी का छत्ता कब तोड़ना चाहिए?

मधुमक्खी का छत्ता उस वक्त तोड़ा जाना चाहिए जब उसमें मधु (हनी) बनना शुरू हो जाता है। मधु बनने के लिए मधुमक्खी फूलों से नेक्टार एकत्र करती है जो आमतौर पर छत्ते के अंदर संचित होता है। छत्ते को तोड़ने से पहले, आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि छत्ते का अंदरी भाग मधु से भरा हुआ है और मधु फूलों से परिवर्तित हो गया है।

विभिन्न क्षेत्रों में मधुमक्खी का छत्ता तोड़ने का समय अलग-अलग हो सकता है, लेकिन आमतौर पर, मार्च और अप्रैल के महीनों में मधुमक्खी का छत्ता तोड़ा जाता है। इस समय में मधु उत्पादित होता है जो एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ होता है। इसलिए, छत्ते को सावधानीपूर्वक तोड़ा जाना चाहिए ताकि मधु बनने की प्रक्रिया को नुकसान न हो।

Related Posts

Comments